Saturday, February 20, 2010

फोकट में

कार्यालय में सीबीआई अधिकारी को गुमनाम फोन आया कि बंता टालवाले ने लकड़ियों में स्मैक छुपा रखी है। अधिकारी ने कर्मचारियों के साथ छापा मारा और पूरी टाल छान मारी। बंता निरंतर सफाई देता रहा। अधिकारी का शक बढ़ गया तो उसने कर्मचारियों को आदेश दिया। जितने मोटे लटठे हैं सबको चीर कर देखो। कर्मचारियों ने कुल्हाड़ियां उठाईं और सारे लट्ठे फाड़ डाले। कुछ नहीं मिला।
शाम को बंता टालवाले को फोन मिला- कहो गुरू, काम हुआ।
कैसा काम? बंता चकरा गया।
अरे लकड़िया चिर गईं कि नहीं। .....फोकट में।
हां ....... अच्छा । तो तुम्हारा किया धरा था यह सब!
हां, ध्यान रखना गुरू, अब मेरा बगीचा जुतवाने की जिम्मेदारी तुम्हारी है .....

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