Move on with me ever...

Always do that thing whose your heart wanted to be do .

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Tuesday, February 16, 2010

Doctor said that..

एक डॉक्टर साहब एक पार्टी में गए । अपने बीच शहर के एक प्रतिष्ठित डॉक्टर को पाकर लोगों ने उन्हें घेर लिया। किसी को जुकाम था तो किसी के पेट में गैस। सभी मुफ्त की राय लेने के चक्कर में थे। शिष्टाचारवश डॉक्टर साहब किसी को मना नहीं कर पा रहे थे।
उसी पार्टी में शहर के एक नामी वकील भी आए हुए थे। मौका मिलते ही डॉक्टर साहब वकील साहब के पास पहुंचे और उन्हें एक ओर ले जाकर बोले - यार ! मैं तो परेशान हो गया हूं। सभी फ्री में इलाज कराने के चक्कर में हैं। तुम्हें भी ऐसे लोग मिलते हैं क्या ?
वकील साहब - बहुत मिलते हैं ।
डॉक्टर साहब - तो फिर उनसे कैसे निपटते हो ?
वकील साहब - बिलकुल सीधा तरीका है । मैं उन्हें सलाह देता हूं जैसा कि वो चाहते हैं। बाद में उनके घर बिल भिजवा देता हूं।
यह बात डॉक्टर साहब को कुछ जम गई । अगले रोज उन्होंने भी पार्टी में मिले कुछ लोगों के नाम बिल बनाए और उन्हें भिजवाने ही वाले थे कि तभी उनका नौकर अन्दर आया और बोला - साहब, कोई आपसे मिलना चाहता है ।
डॉक्टर साहब - कौन है ?
नौकर - वकील साहब का चपरासी है । कहता है कल रात पार्टी में आपने वकील साहब से जो राय ली थी उसका बिल लाया है .......

Bell Santa

बंता के दोनों कानों पर पट्टी बंधी देखकर संता ने कारण पूछा। बंता ने बताया - जब मैं कपड़ों पर इस्तरी कर रहा था कि तभी फोन की घंटी बजी। हड़बड़ी में मैंने फोन की जगह गरम इस्तरी ही कान पर लगा ली जिससे कान जल गया।
ओह ! बहुत बुरा हुआ। - संता ने अफसोस जताया। - लेकिन पट्टी तो दूसरे कान पर भी बंधी है। इसे क्या हुआ ?
उस कम्बख्त ने दो मिनट बाद दुबारा फोन कर दिया ...... !

Letter To Bill Gates

आदरणीय बिल्लू भिया को,
इंडिया से मुंगेरीलाल सरपंच का सलाम कबूल हो... आपके देश के एक और बिल्लू भिया (बतावत रहें कि प्रेसीडेंटवा रहे) ऊ भी इस पंचायत को एक ठो कम्प्यूटर दे गये हैं । अब हमरे गाँव में थोडा-बहुत हमही पढे-लिखे हैं तो कम्प्यूटर को हम घर पर ही रख लिये हैं । ई चिट्ठी हम आपको इसलिये लिख रहे हैं कि उसमें बहुत सी खराबी हैं (लगता है खराब सा कम्प्यूटर हमें पकडा़ई दिये हैं), ढेर सारी "प्राबलम" में से कुछ नीचे लिख रहे हैं, उसका उपाय बताईये -
१. जब भी हम इंटरनेट चालू करने के लिये पासवर्ड डालते हैं तो हमेशा ******** यही लिखा आता है, जबकि हमारा पासवर्ड तो "चमेली" है... बहुत अच्छी लडकी है...।
२. जब हम shut down का बटन दबाते हैं, तो कोई बटन काम नही करता है ।
३. आपने start नाम का बटन रखा है, Stop नाम का कोई बटन नही है.... रखवाईये...
४. क्या इस कम्प्यूटर में re-scooter नाम का बटन है ? आपने तो recycle बटन रखा है, जबकि हमारी सायकल तो दो महीने से खराब पडी है...
५. Run नाम के बटन दबा कर हम गाँव के बाहर तक दौड़कर आये, लेकिन कुछ नही हुआ, कृपया इसे भी चेक करवाय
एक महिला अपने बीमार पति को डॉक्टर के पास ले गई।
पूरी जांच करने के उपरांत डॉक्टर ने महिला को अलग कमरे में ले जाकर बताया - ''तुम्हारे पति गंभीर अवसाद से ग्रसित हैं । यदि तुमने मेरे निर्देशों का पालन नहीं किया तो वह निश्चित ही मर जायेंगे।''
''रोज सुबह उन्हें पौष्टिक नाश्ता दो। हर समय खुश दिखो। दोपहर और रात का भोजन स्वादिष्ट और सुपाच्य होना चाहिये।''
''अपनी समस्याओं की चर्चा उनके सामने कभी मत करो। इससे उन्हें और ज्यादा तनाव होगा। कोई भी उन्हें सताये या चिढ़ाये नहीं।
''यदि 6 महीने तक तुमने यह सब कर लिया तो मैं समझता हूं तुम्हारे पति पूरी तरह स्वस्थ हो जायेंगे।''
घर जाते समय, पति ने अपनी पत्नी से पूछा, - ''डॉक्टर ने क्या कहा ?''
''यही कि तुम बहुत जल्दी मरने वाले हो,'' पत्नी ने जवाब दिया।

Bet

एक आदमी रोज़ बैंक जाया करता था, कभी 2 लाख तो कभी 3 लाख और ऐसी बड़ी-बड़ी रकम जमा किया करता था। बैंक का मैनेजर उसे हमेशा संशय की दृष्टि से देखता था। उसे समझ नहीं आता था कि यह व्यक्ति रोज़ इतना पैसा कहाँ से लाता है।
अंत में एक दिन उसने उस व्यक्ति को बुलाया और कहा,
"यार बिहारीलाल तुम रोज़ इतना पैसा कहाँ से लाते हो, आखिर क्या काम करते हो तुम?"
बिहारीलाल ने कहा "भाई मेरा तो बस एक ही काम है, मैं शर्त लगाता हूँ और जीतता हूँ"
मैनेजर को यक़ीन नहीं हुआ तो उसने कहा, "ऐसा कैसे हो सकता है कि आदमी रोज़ कोई शर्ती जीते?"
बिहारीलाल ने कहा, "चलिए मैं आपके साथ एक शर्त लगाता हूँ कि आपके नितंब पर एक फोड़ा है, अब शर्त यह है कि कल सुबह मैं अपने साथ दो आदमियों को लाऊँगा और आपको अपनी पैंट उतार कर उन्हें अपने कूल्हे दिखाने होंगे, यदि आपके नितंब पर फोड़ा होगा तो आप मुझे 10 लाख दे दीजिएगा, और अगर नहीं हुआ तो मैं आपको 10 लाख दे दूँगा, बताइए मंज़ूर है?"
मैनेजर जानता था कि उसके कूल्हों पर फोड़ा नहीं है, इसलिए उसे शर्त जीतने की पूरी उम्मीद थी, लिहाज़ा वह तैयार हो गया।
अगली सुबह बिहारीलाल दो व्यक्तियों के साथ बैंक आया। उन्हें देखते ही मैनेजर की बाँछें खिल गईं और वह उन्हें झटपट अपने केबिन में ले आया। इसके बाद मैनेजर ने उनके सामने अपनी पैंट उतार दी और बिहारीलाल से कहा "देखो मेरे कूल्हों पर कोई फोड़ा नहीं है, तुम शर्त हार गए अब निकालो 10 लाख रुपए"।
बिहारीलाल के साथ आए दोनों व्यक्ति यह दृश्य देख बेहोश हो चुके थे। बिहारीलाल ने हँसते हुए मैनेजर को 10 लाख रुपयों से भरा बैग थमा दिया और ज़ोर-ज़ोर से हँसने लगा।
मैनेजर को कुछ समझ नहीं आया तो उसने पूछा. "तुम तो शर्त हार गए फिर क्यों इतना हँसे जा रहे हो?"
बिहारीलाल ने कहा, "तुम्हें पता है, ये दोनों आदमी इसलिए बेहोश हो गए क्योंकि मैंने इनसे 40 लाख रूपयों की शर्त लगाई थी कि बैंक का मैनेजर तुम्हारे सामने पैंट उतारेगा, इसलिए अगर मैंने तुम्हें 10 लाख दे भी दिए तो क्या फ़र्क पड़ता है, 30 तो फिर भी बचे न"